यह गुलशन कही उजर न जाये
बुद्धेशवर प्रसाद सिंह
भतखोरा, मधेपुरा , 06-04-2011
कि यह आशियाना उजर न जाये .
इसी मै कही तेरा भी घर है
तेरा भी घर कही उजर न जाये .
बड़ी मुश्किल से सजाया है आशियाना
यह आशियाना कही उजर न जाये..
रहो में बच्चे भी है
ये बच्चे भी कही ख़तम न हो जाये ...
बड़ी मुश्किल से सजाया है ये गुलशन
यह गुलशन कही उजर न जाये......
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